इच्छा-पत्र
हम कि …………………पुत्र……………निवासी……………..का हूँ।
चूँकि मैं वृद्ध हो चुका हूँ तथा मेरा स्वास्थ्य खराब चल रहा है। क्या पता कब देहावसान हो जाय। मेरी विभिन्न स्वअर्जित संपत्तियों के उत्तराधिकार को लेकर मेरे उत्तराधिकारियों के बीच विवाद उत्पन्न होने की संभावना है। अतएव मैनें उचित समझा कि मैं अपनी संपत्तियों की वसीयत निम्नवत कर दूँ।
अतः यह विलेख साक्षी है कि-
1. यह कि जब तक मैं जीवित रहूँगा, अपनी समस्त संपत्तियों का स्वामी एवं अध्यासी रहूँगा।
2. यह कि मेरी मृत्यु के बाद मकान संख्या…………….स्थित मुहल्ला…………शहर…..पूर्ण स्वामी मेरा
ज्येष्ठ पुत्र…………..होगा।
3. यह कि मेरी मृत्यु के उपरान्त मेरे भूखण्ड आराजी संख्या……………..रकबा….. …….स्थित ग्राम
…………….तहसील…………..जिला…………………का स्वामी मेरा कनिष्ठ पुत्र………..होगा।
4. यह कि …………….बैंक में स्थित मेरे समस्त बैंक खातों का अवशेष मेरी मृत्यु के उपरांत मेरी पत्नी
श्रीमती……………को प्राप्त होगा।
5. यह कि चूँकि मेरी पुत्री श्रीमती……………अपने ससुराल में अपने पति के साथ प्रसन्नतापूर्वक निवास
कर रही है और मेरी मृत्यु के उपरान्त उसे मेरी कोई संपत्ति प्राप्त नहीं होगी।
6. यह कि यदि मेरे किसी वारिस के सम्बन्ध में यह इच्छा पत्र विफल होता है तो उस स्थिति में उस अंश
की संपत्ति मेरे समस्त उत्तराधिकारियों में समान अंश में बँटेगी।
7. यह कि इस प्रकार इच्छा पत्र हेतु मैं अपने मित्र/अपने अधिवक्ता श्री…………..को इस इच्छा पत्र का
निष्पादक नियुक्त करता हूँ जो मेरी मृत्यु के उपरांत संपत्तियों को उपरोक्त ढंग से वितरित करायेेंगे।
अतएव स्वच्छ मस्तिष्क एवं प्रसन्नतापूर्वक बिना किसी बाह्य दबाव के मैं यह वसीयत निष्पादित कर अपना हस्ताक्षर साक्षियों के समक्ष बनाता हूँ कि वक्त पर काम आवे। यदि कोई अन्य व्यक्ति इस वसीयत के विरुद्ध कोई अन्य वसीयत मेरी संपत्तियों के सम्बन्ध में मेरे द्वारा निष्पादित प्रदर्शित करते हुए प्रस्तुत करेगा तो वह अवैध व प्रभावशून्य होगी क्योंकि यह मेरी अंतिम वसीयत है।
हस्ताक्षर
साक्षीः दिनांक…………….
1. …………………
2. ………………..